Friday, 22 April 2016

गयाप्रसाद जी वचन 24 साधन की श्रेष्टता

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पूज्य बाबा
पंडित श्री गया प्रसाद जी के
📘सार वचन
4⃣2⃣
<> ६ साधन की श्रेष्टता की ये तीन कसौटी हैं।

हमारौ साधन
<> १.शास्त्र  प्रतिपादित होय।

<> २.महद्जनन द्वारा आचरित होय।

<> ३.श्री सद्गुरुपदिष्ट होय।

<> ७.श्रद्धा साधन सदाचार एवं वैराग्य में साधक सन्तोष न कर बैठे।

<> ८.प्रमाद रहित है कै पूर्ण मनोयोग सों साधन में डटे रहें; साध्य तौ साधन कौ फल है।

<> ९.साधक कूँ इन पाँच बातन कौ पालन पूरी तत्परता सों करनौ चाहियै।

<> १.विश्व में कोई एक हू शत्रु न रह जाय।

<> २.स्वभाव अति उत्तम बनै ।

<> ३.काल अव्यर्थत्व । भगवत सम्बन्धी  कार्यन में ही समय कौ सदुपयोग कोई क्षण व्यर्थ न जाय

<> ४.निरन्तर श्रीनाम जप ।

<> ५.लक्ष्य में द्रढ़ता
(श्री भगवद् प्रेम के लिये ही जीवन)।

💎प्रस्तुति📖श्री दुबे

📙संपादन सानिध्य
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दाबन

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