Friday, 22 April 2016

गयाप्रसाद जी वचन 15 , नामापराध

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पूज्य बाबा
पंडित श्री गया प्रसाद जी के
📘सार वचन

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☘☘4⃣0⃣☘☘

नामापराध

🙏🏻श्री भगवन्नाम महिमा अपार है  वाणी की अधिष्ठात्री सरस्वती श्री गणेश जी श्री ब्रह्माजी श्री शंकर जी एवं श्रीशेष जी आदि निरन्तर श्री नाम महिमा कौ बखान करते रहैं हैं

▶तथापि नाम महिमा कहवे में समर्थ नायँ। श्री भगवान् हू नाम महिमा कौ स्वयं पूरौ पूरौ वर्णन नहीं कर सकें हैं।

☘☘।।"रामु न सकहिं नाम गुन गाई"।।☘☘

🍒फिर भगवन्नाम कौ ऐसौ प्रभाव देखवे में क्यों नहीं आवै यामें हेतु है-

👉🏻नामापराध।

👉🏻जीव अनन्त काल सों अपराधी है।

👇🏻अपराध के भंजन कौ उपाय है-

🌺श्रीनाम भगवान् की शरण लेकैं  दीर्घकाल तक सतत् नाम स्मरण। हाँ आगे यह सावधानी रहै कि नामापराध न बनै।

💎प्रस्तुति📖श्री दुबे

📙संपादन सानिध्य
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दाबन

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