आँख का अन्धा अन्धा नही , किन्तु आँख होते हुए भी लोभ ,मोह , मद , क्रोध , काम की पट्टी के कारण न देख सकता हो वही अन्धा है । धृतराष्ट्र की आँखे मोह और लोभ से अन्धी हो गयी थी । जिसकी आँखो को रुपये पैसो ने घेर लिया है वही धृतराष्ट्र है ।
No comments:
Post a Comment