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अर्जुन - जीवात्मा
भीम - प्राण
श्री कृष्ण - परमात्मा
जरासंध - वृद्धावस्था
जन्म मरण की पीडा ही जरासंध है ।
वृद्धावस्था मे प्राण व्याकुल हो जाता है ।
जरासंध से युद्ध करते समय भीम (प्राण) व्याकुल होकर जब भगवान श्रीकृष्ण की तरफ देखते है तभी जरासंध मरता है ।
अर्थात् जब वृद्धावस्था मेँ प्राण परमात्मा के सम्मुख हो जाये और उन्ही का स्मरण करे तभी जीव का कल्याण होगा ।और जरा की पीडा से मुक्ति मिल सकेगी ।
<><> जय श्री कृष्ण <><>
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