कुछ ऐसे भी लौग है...
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कुछ ऐसे लोग भी हैं कि जिन्होंने नहीं पाया , लेकिन फिर भी मार्ग दर्शन देने का मजा नहीं छोड़ पाते । मार्ग दर्शन में बड़ा मजा है । सारी दुनिया में अगर सबसे ज्यादा कोई चीज दी जाती है , तो वह मार्ग दर्शन है ! और सबसे कम अगर कोई चीज ली जाती है , तो वह भी मार्ग दर्शन है ! सभी देते है , लेता कोई भी नहीं है ! जब भी आपको मौका मिल जाए किसी को सलाह देने का , तो आप चूकते नहीं। जरूरी नहीं है कि आप सलाह देने योग्य हों । जरूरी नहीं है कि आपको कुछ भी पता हो , जो आप कह रहे हैं । लेकिन जब कोई दूसरे को सलाह देनी हो , तो शिक्षक होने का मजा छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है ।
शिक्षक होने में मजा क्या है ? आप तत्काल ऊपर हो जाते है मुफ्त में और दूसरा नीचे हो जाता है । अगर कोई आपसे दान मांगने आए तो दो पैसे देने में कितना कष्ट होता है ! क्योंकि कुछ देना पड़ता है जो आपके पास है । लेकिन सलाह देने में जरा भी कष्ट नहीं होता क्योंकि जो आपके पास है ही नहीं , उसको देने में कष्ट क्या ! आपका कुछ खो ही नहीं रहा है । बल्कि आपको कुछ मिल रहा है । मजा मिल रहा है । अहंकार मिल रहा है । आप भी सलाह देने की हालत में हैं आज , और दूसरा लेने की हालत में है । आप ऊपर हैं , दूसरा नीचे है ...ओशो
Friday, 10 June 2016
सलाह और लोग
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