वैष्णव तीन प्रकार के होते हैं ।
👉 कनिष्ठ वैष्णव
👉 मध्यम वैष्णव
👉 उत्तम वैष्ण
1 जिनके द्वारा नामाभास होता है वे कनिष्ठ वैष्णव है।
2 जिनकी जिह्वा में निरन्तर कृष्ण नाम नृत्य करता रहता है वे " मध्यम वैष्णव " है।
3 जिनके मुख से कृष्ण नाम सुनकर या जिनके दर्शन कर कृष्ण नाम करने की प्रबल उत्कंठा जाग्रत हो व् कृष्ण नाम मुँह से निकलने लगे वे उत्तम वैष्णव हैं ।
-श्रीचैतन्य भागवत✍🏻
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