शिवजी ने एक करोड श्लोक की रामायण लिखा । देव ,ऋषि ,मनुष्य के माँगने पर तीन बराबर भागो मे बाँट दिया तो एक श्लोक बचा । जिसमे बत्तीस अक्षर थे । पुनः तीन भाग करने पर दो अक्षर बचे तो शिव जी ने कहा इसे बाँटा नही जा सकता अतः इसे अपने पास रख लेता हूँ वे दो अक्षर है राम जिसे शिवजी ने अपने कण्ठ मे रख लिया ।
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