--> श्रीकृष्ण ,
श्रीभगवान , सर्वगुरुओँ के
गुरु हैँ । वे
सभी पतितात्माओँ
को मोक्ष प्रदान करने
वाले एवं त्रिलोक के
स्वामी है । भगवत्प्रेम
का अञ्जन लगाकर कोई
भी उनका दर्शन कर
सकता है -
" कृष्णं वन्दे जगतगुरुम् "
.... उनके पदारविन्दो मे
शरण ग्रहण करने
वाली सभी बद्धात्माओ
को उनका अभय हस्त
प्राप्त होता है .,.......
.......... भौतिक अस्तित्व से
भयभीत सभी प्राणियोँ के
लिए श्रीकृष्ण ही जीवन
के चरम लक्ष्य है ....
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